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ब्रह्मी पाउडर (Brahmi Powder) आयुर्वेद में ब्रह्मी एक चमत्कारिक जड़ी बूटी मानी जाती है क्योंकि यह एकमात्र ऐसी जड़ी बूटी है जो स्वाभाविक रूप से बुधिमत्ता को बढ़ावा देती है। ब्रह्मी पाउडर आसानी से मिल जाता है और यह संज्ञानात्मक शक्ति और यादाश्त में सुधार करने के लिए प्रयोग किया जाता है। इसका उपयोग बुढ़ापा विरोधी और एंटी-ऑक्सीडेंट के तौर पर भी किया जाता है।
Benefits of Brahmi Powder in Hindi- शरीर के लिए ब्रह्मी पाउडर के लाभ
सीखने की कला और यादाश्त में सुधार करे
ब्रह्मी की सबसे विशेष बात यह है कि यह संज्ञानात्मक शक्ति को सुधरता है जिससे यह स्मृति और एकाग्रता में सुधार करके दिमाग को उत्तेजित करता है। ब्रह्मी में मौजूद कार्बनिक यौगिक दिमाग के संज्ञानात्मक पथ को उत्तेजित करके संज्ञानात्मक क्षमता को बढ़कर फोकस और प्रतिधारण को बढ़ते हैं|
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थकान कम करे
ब्रह्मी एक कायाकल्प करने वाली जड़ी बूटी है जो थकान पैदा करने वाले एड्रेनल सिंड्रोम से लड़ने में मदद करती है। यह शक्तिशाली जड़ी बूटी ऊर्जा पैदा करके थकान और मायालगिया को दूर भगाती है।
तनाव और चिंता का सामना करे
ब्रह्मी का शरीर पर अनुकूल प्रभाव पड़ता है। पशुओं पर किये गये अध्ययन से पता चला है कि ब्रह्मी दिमाग के हिप्पो कैम्पस क्षेत्र के तनाव को कम करके मस्तिष्क के न्यूरोट्रांसमीटर स्तर को संतुलित करता है।
मनोदशा और अवसाद का इलाज करे
ब्रह्मी की यादाश्त को बढ़ाने वाली क्षमता की वजह से ब्रह्मी की खुराक के उपयोग के कुछ हफ्तों के बाद ही अवसाद और चिंता में कमी आ जाती है| ब्रह्मी सेरोटोनिन और डोपामाइन के बैलेंस को बढ़ाता है। ये दोनों मूड बढ़ाने वाले न्यूरोट्रांसमीटर चिंता और अवसाद को कम कर देते हैं।
डिस्लेक्सिया का इलाज करे
ब्रह्मी अन्य जड़ी बूटी के साथ मिलकर सीखने की अक्षमता जैसे डिस्लेक्सिया या अन्य नॉट्रोपिक विकार के इलाज में मदद करता है।
अल्जाइमर को रोके
ब्रह्मी यादाश्त को बढ़ाने वाली जड़ी बूटी है जिसमें दिमाग की हानिकारक स्थितियों जैसे अल्जाइमर रोग की रोकथाम या उपचार होता है। पशु अध्ययन से पता चला है कि ब्रह्मी के एंटी=ऑक्सीडेटिव प्रभाव होते हैं जो दिमागी स्वास्थ्य और उसके काम करने की क्षमता की रक्षा करता है।
गैस्ट्रिक अल्सर से लड़े
ब्रह्मी में एंटी-माइक्रोबायल और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जिनका अल्सर पर गहरा प्रभाव पड़ता है| यह श्लेष्म के उत्पादन को भी जन्म देता है और लंबे समय तक पेट की श्लेष्म कोशिकाओं को बढ़ाता है जो क्षारक चीजों से पेट के अस्तर की रक्षा करता है।
प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा दे
ब्रह्मी एक प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट है, इसलिए यह मुक्त कणों को हटाकर शरीर में स्वाभाविक रूप से होने वाले एंटीऑक्सीडेंट की गतिविधि को बढ़ा देता है।
सूजन से लड़े
ब्रह्मी प्रोस्टाग्लैंडिन के उत्पादन को कम करके सूजन और दर्द से आराम दिलाता है| कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि ब्रह्मी मॉर्फिन की तरह काम करता है और दर्द को कम करता है|
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Usage of Brahmi Powder in Hindi- ब्रह्मी पाउडर के अन्य उपयोग
- यह नींद ना आने का इलाज करने के लिए प्रयोग होता है|
- यह मानसिक थकावट का इलाज करता है|
- यह मिर्गी और आवेगों को भी नियंत्रित करता है|
- यह दिल को नुकसान से बचाता है|
- हाइपोथायरायडिज्म का भी इलाज कर सकता है|
- यह स्किज़ोफ्रेनिया के लक्षणों में सुधार कर सकता है|
- यह सांस के स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा है|
How To Consume Brahmi Powder in Hindi- ब्रह्मी का प्रयोग कैसे करें
ब्रह्मी पाउडर को गर्म पानी, ठंडे पानी, दूध या घी में मिलाकर लिया जा सकता है। पाउडर के 1/2 चम्मच को किसी भी आधार में मिलाएं और खाली पेट इसका उपयोग करें।
खुराक
वयस्कों के लिए
प्रति दिन 2 से 3 ग्राम विभाजित खुराक में
Side Effects of Brahmi Powder in Hindi- ब्रह्मी पाउडर के साइड इफेक्ट्स
बताई गयी खुराक के हिसाब से लेने पर ब्रह्मी के कोई दुष्प्रभाव नहीं होते। लेकिन इसको ज्यादा मात्रा में लेने से यह निम्न का कारण बन सकता है:
- सिर दर्द
- जी मिचलाना
- त्वचा की जलन
- शुष्क मुँह
- हार्मोन का असंतुलन
- ब्रैडकार्डिया (दिल की दर कम होने की स्थिति)
महत्वपूर्ण: गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इसके प्रयोग से बचना चाहिए।