Table of Contents
- 1 What is Doxolin in Hindi – डॉक्सोलिन क्या है?
- 2 Uses of Doxolin in Hindi – डॉक्सोलिन के उपयोग
- 3 How Does Doxolin Work in Hindi – डॉक्सोलिन कैसे काम करता है?
- 4 How to take Doxolin in Hindi – डॉक्सोलिन कैसे लें?
- 5 Common Dosage for Doxolin in Hindi – डॉक्सोलिन की सामान्य खुराक
- 6 When to Avoid Doxolin in Hindi – डॉक्सोलिन से कब बचें?
- 7 Precautions while Taking Doxolin in Hindi – डॉक्सोलिन लेते समय सावधानियां
- 8 Side-Effects of Doxolin in Hindi – डॉक्सोलिन के साइड-इफेक्ट्स
- 9 Drug Interactions with Doxolin to be Careful About in Hindi – ड्रग इंटरैक्शन के बारे में सावधानी
- 9.1 1. डॉक्सोलिन के साथ खाद्य पदार्थ
- 9.2 2. डॉक्सोलिन के साथ दवाएं
- 9.3 3. लैब टेस्ट पर डॉक्सोलिन का प्रभाव
- 9.4 4. पहले से मौजूद बीमारियों के साथ डॉक्सोलिन का इंटरैक्शन
- 9.5 क्या अल्कोहल के साथ डॉक्सोलिन ले सकते हैं?
- 9.6 क्या किसी भी विशेष खाद्य पदार्थ से बचना चाहिए?
- 9.7 क्या गर्भवती होने पर डॉक्सोलिन ले सकते हैं?
- 9.8 क्या बच्चे को स्तनपान कराते समय डॉक्सोलिन ले सकते हैं?
- 9.9 क्या डॉक्सोलिन लेने के बाद गाड़ी चला सकते हैं?
- 10 Buyer’s Guide, Doxolin Composition, Variant and Price in Hindi – डॉक्सोलिन संरचना, विविधता और मूल्य – खरीदने के लिए गाइड
- 11 Substitutes of Doxolin in Hindi – डॉक्सोलिन के बदले में
- 12 FAQ’s in Hindi – डॉक्सोलिन के बारे में 10 महत्वपूर्ण प्रश्न
- 12.1 डॉक्सोलिन क्या है?
- 12.2 डॉक्सोलिन को परिणाम दिखाने के लिए कितना समय लगता है?
- 12.3 क्या डॉक्सोलिन को खाली पेट लेना चाहिए?
- 12.4 क्या डॉक्सोलिन उनींदापन का कारण बनता है?
- 12.5 डॉक्सोलिन टैबलेट के सेवन के बीच समय का क्या अंतर होना चाहिए?
- 12.6 क्या चिकित्सा का कोर्स पूरा करना चाहिए, भले ही लक्षण ठीक हो जाएँ?
- 12.7 क्या डॉक्सोलिन मासिक धर्म को प्रभावित करता है?
- 12.8 क्या डॉक्सोलिन बच्चों के लिए सुरक्षित है?
- 12.9 क्या कोई लक्षण हैं जिन पर डॉक्सोलिन लेने से पहले विचार करना चाहिए?
- 12.10 क्या डॉक्सोलिन भारत में कानूनी है?
- 13 लेखक –
What is Doxolin in Hindi – डॉक्सोलिन क्या है?
यह मुख्य रूप से अस्थमा, सीओपीडी (क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज) और ब्रोंकाइटिस जैसी स्थितियों को रोकने या इलाज के लिए ब्रोन्कोडायलेटर एजेंट के रूप में उपयोग किया जाता है। इसकी खुराक बार बार या ज्यादा लेने से दिल की धड़कन में वृद्धि और मांसपेशियों की कमजोरी जैसे दुष्प्रभाव होते हैं| गम्भीर जिगर या गुर्दे की बीमारियों, मिर्गी या डॉक्सोलिन के लिए अतिसंवेदनशीलता के मामले में इससे पूरी तरह से बचना चाहिए।
- डॉक्सोलिन की रचना – डॉक्सोफिल्लिन 200 मि.ग्रा.
- निर्मित – ज्यड्स हेल्थकेयर लिमिटेड
- प्रिस्क्रिप्शन – जरूरी है
- रूप – गोलियाँ और इंजेक्शन
- कीमत – 60 रूपए में 30 टैबलेट
- एक्सपायरी – बनाए जाने की तारीख से 24 महीने तक
- दवा का प्रकार – एंटीस्टेमैटिक + ब्रोन्कोडायलेटर एजेंट
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Uses of Doxolin in Hindi – डॉक्सोलिन के उपयोग
डॉक्सोलिन निम्न उद्देश्य के रूप में काम करती है:
- अस्थमा: ब्रोन्किओल्स को पतला करके अस्थमा के अटैक्स को रोकने या उनका इलाज करने के लिए उपयोग किया जाता है।
- सीओपीडी: क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज से पीड़ित मरीजों के मामलों का इलाज करता है।
- ब्रोंकाइटिस: ब्रोंकाइटिस के रोगियों के मामलों में उपयोग किया जाता है।
- सीने में जकड़न: सीने में जकड़न या सांस लेने में कठिनाई के साथ रोगियों का इलाज करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
How Does Doxolin Work in Hindi – डॉक्सोलिन कैसे काम करता है?
- डॉक्सोलिन में डॉक्सोफिल्लिन मुख्य सक्रिय तत्व के रूप में होता है।
- डॉक्सोलिन ब्रोन्कोडायलेटर्स के वर्ग से संबंधित है और फेफड़ों की चिकनी मांसपेशियों को आराम देने का काम करता है और ब्रोन्किओल्स को भी पतला करता है।
- यह वायुमार्ग में मांसपेशियों के संकुचन के लिए जिम्मेदार कुछ एंजाइमों में रूकावट डालकर चिकनी मांसपेशियों को आराम देने में मदद करता है और साँस लेने में आसानी देता है।
How to take Doxolin in Hindi – डॉक्सोलिन कैसे लें?
- डॉक्सोलिन आमतौर पर टैबलेट और इंजेक्शन के रूप में मिलती है।
- डॉक्सोलिन टैबलेट को आमतौर पर भोजन के साथ या बाद में पानी के साथ लिया जाता है क्योंकि भोजन गैस्ट्रिक जलन को रोकने में मदद करता है
- इसकी टैबलेट को कभी भी कुचलकर या चबाकर नहीं लेना चाहिए|
- डायक्लोसेजिक इंजेक्शन केवल प्रशिक्षित चिकित्सा कर्मियों द्वारा ही लगवाया जाना चाहिए।
- इस दवा को निश्चित समय पर लिया जाना चाहिए|
- रोगी को दवा की बेहतर समझने के लिए पैकेज के अंदर लीफलेट के माध्यम से लिए जाने की सलाह दी जाती है।
Common Dosage for Doxolin in Hindi – डॉक्सोलिन की सामान्य खुराक
- चिकित्सक इस दवा की खुराक रोगी की आयु, वजन, मानसिक स्थिति, एलर्जी के इतिहास के अनुसार तय करता है।
- डॉक्सोलिन टैबलेट की आम वयस्क खुराक 200 मि.ग्रा. की गोली दिन में 2 या 3 बार की एक गोली है या चिकित्सक द्वारा बताई गई स्थिति के आधार पर इलाज़ के आधार पर होती है।
- उचित सलाह के बिना खुराक में बदलाव से बचना चाहिए।
- इसकी खुराक को समान समय के अंतराल पर ही लेना चाहिए|
- लक्षणों के बने रहने या बिगड़ने पर डॉक्टर को सूचना दी जानी चाहिए|
यदि डॉक्सोलिन ज्यादा मात्रा में लें तो क्या होगा?
डॉक्सोलिन को ज्यादा मात्रा में लेने से उल्टी, सीजर्स जैसे लक्षण पैदा हो सकते हैं| ऐसे मामले में तुरंत डॉक्टर या मेडिकल स्टाफ से सलाह लें।
यदि डॉक्सोलिन की खुराक लेनी याद ना रहे तो क्या होगा?
यदि आप इसकी खुराक लेना भूल जाते हैं तो यह दवा उचित प्रभाव नहीं दिखाती| क्योंकि दवा के प्रभावी रूप से काम करने के लिए शरीर में हर समय दवा की एक निश्चित मात्रा मौजूद होनी चाहिए।
इसलिए जैसे ही आपको याद आये हमेशा अपनी छूटी हुई खुराक का उपभोग करें। लेकिन यदि पहले से ही दूसरी खुराक लेने का समय हो गया हो तो दुगुनी खुराक न लें क्योंकि इससे दवा की अधिकता हो सकती है।
यदि एक्सपायरी हो चुकी डॉक्सोलिन लें तो क्या होता है?
एक्स्पायरी हो चुकी एक खुराक लेने से किसी प्रतिकूल घटना होने की संभावना नहीं होती क्योंकि यह अपनी प्रभावशीलता और क्षमता खो सकता है। लेकिन किसी को एक्सपायरी दवा को लेने से बचना चाहिए और यदि एक्सपायरी दवा का सेवन करने के बाद कोई अवांछनीय लक्षण महसूस हो तो डॉक्टर से तुरंत सलाह लेनी चाहिए।
डॉक्सोलिन की शुरुआत का समय क्या है?
- इस दवा का पूरा कोर्स तब तक किया जाना चाहिए जब तक कि डॉक्टर द्वारा मना न कहा जाए।
- डॉक्सोलिन की दो खुराक के बीच कम से कम 4 से 6 घंटे का अंतर होना चाहिए|
- इस दवा को अपना प्रभाव दिखाने का समय हर व्यक्ति में अलग होता है।
When to Avoid Doxolin in Hindi – डॉक्सोलिन से कब बचें?
निम्न स्थितियों में डॉक्सोलिन का सेवन न करें:
- एलर्जी: यदि डॉक्सोलिन या इसके तत्वों पैरासिटामोल और इबुप्रोफेन से कोई एलर्जी हो।
- मिर्गी: मिर्गी से पीड़ित रोगियों के ज्ञात मामलों में।
- अस्थमा: अस्थमा या सांस के रोगियों के मामले में।
- दिल की समस्याएं: दिल का दौरा, अनियमित दिल की धड़कन के इतिहास के मामलों में।
- लीवर की बीमारियाँ: लीवर की गंभीर समस्या वाले रोगियों में|
- गुर्दे की बीमारियाँ: गुर्दे की गंभीर समस्या वाले रोगियों के मामलों में|
Precautions while Taking Doxolin in Hindi – डॉक्सोलिन लेते समय सावधानियां
- ओवर डोज से बचें: इस दवा की ओवरडोज से बचना चाहिए।
- समय का अंतराल: खून में दवा के बढ़े हुए स्तर से बचने के लिए दो खुराक के बीच 4 से 6 घंटे का अंतर बनाए रखना चाहिए क्योंकि इससे विषाक्तता हो सकती है।
- धूम्रपान से बचें: इस दवा का उपयोग करते समय धूम्रपान से बचें।
Side-Effects of Doxolin in Hindi – डॉक्सोलिन के साइड-इफेक्ट्स
विभिन्न उपचारों के लिए उपयोग किए जाने वाले डॉक्सोलिन से जुड़े कुछ दुष्प्रभाव निम्न हैं:
- बेचैनी (सामान्य)
- सिरदर्द (कम सामान्य)
- चक्कर आना (सामान्य)
- दिल की धड़कन बढना (कम सामान्य)
- मतली (सामान्य)
- उल्टी (कम सामान्य)
- रक्तचाप में बदलाव (कम सामान्य)
- मुँह सूखना (कम सामान्य)
- मांसपेशियों की कमजोरी (कम सामान्य)
- ब्लड शुगर का स्तर बढना (कम सामान्य)
क्या डॉक्सोलिन से कोई एलर्जी प्रतिक्रियाएं हैं?
डॉक्सोलिन से होने वाली एलर्जी प्रतिक्रियाएं हैं:
- चकत्ते (सामान्य)
- खुजली वाली त्वचा (कम सामान्य)
डॉक्सोलिन का अंगों पर क्या असर होता है?
डॉक्सोलिन जिगर और गुर्दे की दुर्बलता के मामलों में डॉक्सोलिन की खुराक को सावधानी से लेना चाहिए|
Drug Interactions with Doxolin to be Careful About in Hindi – ड्रग इंटरैक्शन के बारे में सावधानी
डॉक्सोलिन का सेवन करने पर कुछ दवाइयों के सेवन से सावधान रहना चाहिए। ये कुछ खाद्य पदार्थों से लेकर अन्य दवाओं तक कुछ परीक्षणों में शामिल हो सकते हैं, जो डॉक्सोलिन के सेवन के बाद सही नहीं होते। हम निम्न में इन विवरणों का पता लगाते हैं।
1. डॉक्सोलिन के साथ खाद्य पदार्थ
कैफीन के सेवन से बचें क्योंकि इससे साइड इफेक्ट की संभावना बढ़ सकती है।
2. डॉक्सोलिन के साथ दवाएं
सभी आपस में प्रभाव डालने वाली दवाओं को यहाँ सूचीबद्ध नहीं किया जा सकता। इसलिए हमेशा यह सलाह दी जाती है कि रोगी को चिकित्सक को अपने द्वारा उपयोग की जाने वाली सभी दवाओं के बारे में बताना चाहिए। उन हर्बल उत्पादों के बारे में भी अपने डॉक्टर को जानकारी देनी चाहिए जिनका आप सेवन कर रहे हैं। आपको अपने डॉक्टर की स्वीकृति के बिना दवा की खुराक में कोई फेरबदल नहीं करना चाहिए।
निम्नलिखित दवा पारस्परिक क्रिया के अपने प्रभाव और परिणाम हैं, जिन्हें आगे हल्के या गंभीर के रूप में पहचाना जाता है:
- फ़िनाइटोइन (हल्का)
- रिफाम्पिसिन (मध्यम)
- फेनोबार्बीटोन (मध्यम)
- एरिथ्रोमाइसिन (हल्का)
- सिप्रोफ्लोक्सासिन (हल्का)
- सिमेटिडिन (हल्का)
- डिजिटल (मध्यम)
- लिथियम (मध्यम)
3. लैब टेस्ट पर डॉक्सोलिन का प्रभाव
डॉक्सोलिन किसी भी प्रकार के लैब टेस्ट को प्रभावित नहीं करता|
4. पहले से मौजूद बीमारियों के साथ डॉक्सोलिन का इंटरैक्शन
जिगर, किडनी और दिल की बीमारियों में|
क्या अल्कोहल के साथ डॉक्सोलिन ले सकते हैं?
नहीं, हमेशा डॉक्सोलिन के साथ शराब का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें|
क्या किसी भी विशेष खाद्य पदार्थ से बचना चाहिए?
कैफीन लेने से बचें क्योंकि इससे साइड इफेक्ट की संभावना बढ़ सकती है।
क्या गर्भवती होने पर डॉक्सोलिन ले सकते हैं?
नहीं, गर्भावस्था के दौरान इसे लेना सुरक्षित नहीं माना जाता क्योंकि यह बच्चे को नुक्सान पहुंचा सकता है| गर्भावस्था में इसे लेने से पहले डॉक्टर को हमेशा सूचित करना चाहिए।
क्या बच्चे को स्तनपान कराते समय डॉक्सोलिन ले सकते हैं?
नहीं, ऐसे मामलों में हमेशा डॉक्टर को सूचित करना चाहिए क्योंकि डॉक्सोलिन को माँ के दूध में पास करने के लिए जाना जाता है|
क्या डॉक्सोलिन लेने के बाद गाड़ी चला सकते हैं?
नहीं, डॉक्सोलिन लेने के बाद ड्राइव कर सकते हैं लेकिन यदि किसी को चक्कर आना या उनींदापन हो तो ड्राइविंग से बचना चाहिए।
Buyer’s Guide, Doxolin Composition, Variant and Price in Hindi – डॉक्सोलिन संरचना, विविधता और मूल्य – खरीदने के लिए गाइड
डॉक्सोलिन वेरिएंट | डॉक्सोलिन कंपोजिशन | डॉक्सोलिन मूल्य |
डॉक्सोलिन 400 मि.ग्रा. टेबलेट | डोक्सोफिल्लिन 400 मि.ग्रा. | 78.90 रूपए की 30 टेबलेट्स |
डॉक्सोलिन ऍम टेबलेट | डोक्सोफिल्लिन 400 मि.ग्रा. + मोंटेलुकास्ट 10 मि.ग्रा. | 58.90 रूपए की 10 टेबलेट्स
|
डॉक्सोलिन ओडी 400 मि.ग्रा. टेबलेट | डोक्सोफिल्लिन 400 मि.ग्रा. | 9.72 रूपए का 1 टेबलेट
|
डॉक्सोलिन 10 मि.ली. इंजेक्शन | डोक्सोफिल्लिन 10 मि.ग्रा./मि.ली. | 900 रूपए का 1 पैक
|
डॉक्सोलिन एएक्स टेबलेट | डोक्सोफिल्लिन 400 मि.ग्रा. + एम्ब्रोक्सोल 30 मि.ग्रा. | 65.80 रूपए की 10 टेबलेट्स
|
Substitutes of Doxolin in Hindi – डॉक्सोलिन के बदले में
डॉक्सोलिन के लिए निम्न वैकल्पिक दवाएं हैं:
डोक्सोरिल 200 मि.ग्रा. टैबलेट:
- द्निर्मित – मैकलोड्स फार्मासुटिकल्स लि.
- मूल्य – 25 रूपए की 10 गोलियां
भंडारण
- इस दवा को कमरे के तापमान पर रखना चाहिए और इसे फ्रीज़ ना करें|
- दवा को ऐसे स्थान पर रखा जाना चाहिए जहां बच्चों की पहुंच से बाहर हो।
FAQ’s in Hindi – डॉक्सोलिन के बारे में 10 महत्वपूर्ण प्रश्न
डॉक्सोलिन क्या है?
डॉक्सोलिन डॉक्सोलिन एक ब्रोन्कोडायलेटर एजेंट के रूप में इस्तेमाल की जाने वाली एक असंगति दवा है। इसका उपयोग विभिन्न स्थितियों जैसे सीओपीडी, अस्थमा आदि के इलाज के लिए किया जाता है।
डॉक्सोलिन को परिणाम दिखाने के लिए कितना समय लगता है?
डॉक्सोलिन का प्रभाव या परिणाम इसकी स्थिति पर निर्भर करता है।
क्या डॉक्सोलिन को खाली पेट लेना चाहिए?
नहीं, इसे खाली पेट लेने से गैस्ट्रिक समस्याएँ हो सकती है और पेट खराब हो सकता है।
क्या डॉक्सोलिन उनींदापन का कारण बनता है?
हाँ, कुछ मामलों में यह उनींदापन का कारण बनता है, लेकिन यह हर व्यक्ति के साथ बदलता रहता है|
डॉक्सोलिन टैबलेट के सेवन के बीच समय का क्या अंतर होना चाहिए?
डॉक्सोलिन की विषाक्तता से बचने के लिए दो खुराक के बीच कम से कम 4 से 6 घंटे के आदर्श समय का अंतराल होना चाहिए|
क्या चिकित्सा का कोर्स पूरा करना चाहिए, भले ही लक्षण ठीक हो जाएँ?
हमेशा डॉक्टर के बताए अनुसार ही डॉक्सोलिन का सेवन करना चाहिए और लक्षणों की गंभीरता के मामले में, तत्काल चिकित्सा सहायता लेनी चाहिए| डॉक्टर को ही यह तय करने देना चाहिए कि कब और कैसे डॉक्सोलिन को लेना रोकना है।
क्या डॉक्सोलिन मासिक धर्म को प्रभावित करता है?
नहीं, आम तौर पर यह मासिक धर्म चक्र पर प्रभाव नहीं डालता। इस दवा का सेवन करने से पहले मासिक धर्म की समस्याओं के मामले में डॉक्टर से सलाह लें|
क्या डॉक्सोलिन बच्चों के लिए सुरक्षित है?
बच्चों को इसे देने से पहले बाल रोग विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए क्योंकि यह बच्चों के लिए सुरक्षित नहीं है|
क्या कोई लक्षण हैं जिन पर डॉक्सोलिन लेने से पहले विचार करना चाहिए?
डॉक्सोलिन को लेने से पहले किसी भी जिगर के विकार पर ध्यान दिया जाना चाहिए।
क्या डॉक्सोलिन भारत में कानूनी है?
हां, यह भारत में कानूनी है।
डिस्क्लेमर – ऊपर दी गई जानकारी हमारे शोध और ज्ञान के सर्वश्रेष्ठ है। हालांकि, आपको दवा का सेवन करने से पहले एक चिकित्सक से परामर्श करने की सलाह दी जाती है।
लेखक –