Table of Contents
- 1 ग्लिपिजाइड क्या है?
- 2 ग्लिपिजाइड का उपयोग
- 3 ग्लिपिजाइड कैसे काम करता है?
- 4 ग्लिपिजाइड कैसे लें?
- 5 भारत में ग्लिपिजाइड का मूल्य
- 6 ग्लिपिजाइड की सामान्य खुराक
- 7 ग्लिपिजाइड से कब बचें?
- 8 ग्लिपिजाइड के दुष्प्रभाव
- 9 अंगों पर प्रभाव
- 10 एलर्जी प्रतिक्रियाएं
- 11 दवा इंटरैक्शन के बारे में सावधान
- 12 प्रभाव या परिणाम
- 13 भंडारण
- 14 ग्लिपिजाइड लेते समय टिप्स
ग्लिपिजाइड क्या है?
- ग्लिपिजाइड एक एंटी-डाइबेटिक दवा है जिसका उपयोग टाइप-2 मधुमेह रोगियों में रक्त ग्लूकोज के स्तर को कम करने के लिए किया जाता है।
- ग्लिपिसाइड का उपयोग टाइप-1 मधुमेह वाले रोगियों और कोमा के साथ या उसके बिना मधुमेह या केटोएसिडोसिस में नहीं किया जाना चाहिए (जिस स्थिति में शरीर इंसुलिन उत्पन्न नहीं करता है)
- ग्लिपिजाइड टैबलेट (5 एम.जी., 10 एम.जी.) के रूप में आता है और यह तत्काल रिलीज और विस्तारित रिलीज वाली टैबलेट के रूप में मिलता है।
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ग्लिपिजाइड का उपयोग
ग्लिपिजाइड को जीवनशैली में परिवर्तन (धूम्रपान, शराब, व्यायाम इत्यादि छोड़कर) और प्रभावी रक्त ग्लूकोज के नियंत्रण के लिए, आहार में परिवर्तन के साथ एक सहायक के रूप में उपयोग किया जाता है|
ग्लिपिसाइड गोलियों का उपयोग या तो इंसुलिन के साथ या अन्य एंटी-डाइबेटिक दवाओं मेटाफॉर्मिन के साथ या तो टाइप-2 मधुमेह में रक्त ग्लूकोज के स्तर को कम करने के लिए किया जा सकता है।
ग्लिपिजाइड कैसे काम करता है?
ग्लिपिजाइड सल्फोन्यूरिया समूह से संबंधित एक मौखिक हाइपोग्लाइकेमिक दवा है।
ग्लिपिजाइड अग्नाशय से इंसुलिन के गुजरने को उत्तेजित करता है जो अग्नाशय में बीटा कोशिकाओं को काम करने के लिए प्रेरित करता है।
ग्लिपिजाइड कैसे लें?
- ग्लिपिजाइड की खुराक और इसे लेने का तरीका आपकी उम्र, स्थिति की गंभीरता, शारीरिक स्वास्थ्य और चिकित्सा के प्रति प्रतिक्रिया पर आधारित होता है।
- ग्लिपिजाइड भोजन (नाश्ता) से पहले आधा घंटे लेने पर अधिक प्रभावी होती है। अच्छे परिणाम पाने के लिए इसे एक निश्चित समय पर ही लेना चाहिए।
- एंटी-डाइबेटिक दवाओं के साथ भोजन छोड़ने से बचें क्योंकि इससे हाइपोग्लाइकेमिया हो सकता है।
- गैर फार्माकोलॉजिकल थेरेपी (आहार संशोधन, वजन नियंत्रण और व्यायाम) के साथ ग्लिपिसाइड लेने से खून में ग्लूकोज के स्तर को कम करना उतना ही जरूरी होता है।
- टैबलेट को चबाये, कुचले और तोड़े बिना बहुत सारे तरल पदार्थ के साथ पूरी तरह से निगलना चाहिए।
- डॉक्टर की सलाह के बिना अपने आप दवा को नहीं रोकना चाहिए। खुराक को बदलने के लिए खून में शुगर के स्तर की नियमित निगरानी करनी चाहिए।
- यदि इसे काउंटर उत्पाद के रूप में लिया जाता है तो उपयोग करने से पहले निर्देशों के लिए लेबल को चेक करें।
भारत में ग्लिपिजाइड का मूल्य
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ग्लिपिजाइड की सामान्य खुराक
- मधुमेह के इलाज के लिए ग्लिपिजाइड की खुराक निश्चित नहीं है। रक्त में ग्लूकोज के स्तर के आधार पर और निरंतर निगरानी से खुराक की भिन्नता होती है।
- प्रतिकूल प्रभावों के जोखिम को कम करने के लिए आपका डॉक्टर शुरू में कम खुराक से शुरू करता है और धीरे-धीरे आपकी स्थिति के आधार पर आपकी खुराक बढ़ा सकता है।
- प्रारंभिक उपचार के रूप में ग्लिपिजाइड की सामान्य प्रारंभिक खुराक भोजन से आधे घंटे पहले एक बार 5 मि.ग्रा होती है।
- जीवाणु रोगियों और जिगर की बीमारी वाले रोगियों को शुरुआती प्रारंभिक खुराक को 2.5 मि.ग्रा तक घटाया जा सकता है।
- 5 मि.ग्रा की खुराक तक पहुंचने के बाद रोगी के ग्लूकोज स्तर के आधार पर खुराक 2.5 एम.जी से 5 मि.ग्रा से अधिक नहीं होनी चाहिए|
- इसकी तय की गयी अधिकतम खुराक 40 मि.ग्रा है।
- ग्लिपिजाइड की अधिकतम खुराक से मरीज़ पर्याप्त रूप से प्रतिक्रिया नहीं देते उन्हें ग्लिपिजाइड और मेटफॉर्मिन या ग्लिपिजाइड और इंसुलिन के मेल के साथ लिया जा सकता है।
- इसका उपयोग जिगर और गुर्दे की बीमारी के इतिहास वाले मरीजों को सावधानी के साथ लिया जाना चाहिए और गर्भवती मरीजों को इससे बचना चाहिए।
ग्लिपिजाइड से कब बचें?
ग्लिपिजाइड से निम्न स्थितियों में बचना चाहिए या सावधानी के साथ प्रयोग करना चाहिए:
- इसके किसी भी घटक से एलर्जी वाले मरीज
- टाइप-1 मधुमेह (इंसुलिन आश्रित मधुमेह)
- गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं
- डायबिटीज़ संबंधी केटोएसिडोसिस
- गुर्दे या जिगर के गंभीर विकार
- जी-6 पी.डी की कमी वाले मरीज (आनुवांशिक समस्या)
- 18 साल से कम आयु के बच्चे
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ग्लिपिजाइड के दुष्प्रभाव
इसके इच्छित उपयोगों के इलावा ग्लिपिजाइड के कुछ साइड इफेक्ट्स का कारण बनता है जिसमें निम्न शामिल हो सकते हैं:
हाईपोगलाईकेमिया- लंबे समय तक व्यायाम, शराब का सेवन या एंटी-डाइबेटिक दवा की खुराक लेने से रोगी में कैलोरी कम हो जाती है। हाइपोग्लाइकेमिया (कम रक्त ग्लूकोज) के लक्षण निम्न हो सकते हैं:
- बेचैनी
- सरदर्द
- आलस्य
- अवांछित एकाग्रता
- डिप्रेशन
- उलझन
- कंपकपी
- चक्कर आना
- घबराहट
- टाईकार्डिया (दिल की धड़कन में वृद्धि)
- चिंता
- थकान
- पसीना आना
इससे होने वाले अन्य साइड इफेक्ट्स हैं:
- सरदर्द
- जी मिचलाना
- भूख में कमी
- पसीना आना
- त्वचा पर लाल चकत्ते
- चक्कर आना
- दुर्बलता
- दस्त
- पेट में दर्द
- खून की कमी
- थ्रोम्बोसाइटोपेनिया (प्लेटलेट की गिनती में कमी आना)
- जिगर की क्षति – पीलिया, खुजली वाली त्वचा, गहरे रंग का मूत्र, निरंतर नींद
इसके अलावा कुछ अन्य एलर्जी या अवांछित प्रभाव पैदा कर सकता है। ऐसे मामलों में तुरंत चिकित्सा से सलाह लें|
अंगों पर प्रभाव
दिल – ग्लिपिजाइड और अन्य हाइपोग्लाइकेमिक दवाओं को लेने से कार्डियोवैस्कुलर मृत्यु की दर में वृद्धि पाई गयी है।
लिवर – जिगर के रोग वाले मरीजों को ग्लिपिजाइड का सावधानी से उपयोग करना चाहिए क्योंकि इससे गंभीर हेपेटिक हानि हो सकती है।
एलर्जी प्रतिक्रियाएं
ग्लिपिजाइड लेने के साथ होने वाली एलर्जी प्रतिक्रियाओं के बारे में अपने डॉक्टर को सूचित करें। इससे होने वाली एलर्जी प्रतिक्रिया के लक्षणों में निम्न हो सकते हैं:
- त्वचा पर चकत्ते और खुजली
- साँसों की कमी
- चेहरे, होंठ, जीभ या गले की सूजन
- बेहोशी
- एंजियोएडेमा (त्वचा के नीचे दर्द रहित सूजन)
दवा इंटरैक्शन के बारे में सावधान
बड़ी संख्या में दवाओं को एक दूसरे के साथ प्रभाव डालते देखा गया है| इसलिए रोगी को ग्लाइपिज़ाइड का उपयोग करते समय अपने द्वारा उपयोग किये जाने वाले काउंटर उत्पादों या विटामिन की खुराक के बारे में सूचित करना चाहिए। सभी इंटरैक्शन वाली दवाओं को यहां सूचीबद्ध नहीं किया जा सकता लेकिन ग्लिपिसाइड के साथ प्रभाव डालने वाली कुछ महत्वपूर्ण दवाएं नीचे सूचीबद्ध हैं:
- शराब
- क्लोरामफेनिकॉल
- क़ुइनोलोनेस
- फ़िनाइटोइन
- गर्भनिरोधक गोली
- प्रोपैनलोल
- स्ल्फोनामाइड
- कैल्शियम चैनल अवरोधक
- आइसोनिज़िड
- कोर्टकोस्टेरोइडस
- मूत्रल
इन सभी उत्पादों का उपयोग ग्लिपिजाइड के साथ करने से इन दवाइयों का चिकित्सीय प्रभाव प्रभावित होता है और साइड इफेक्ट्स की संभावनाओं को भी बढ़ा सकता है। ऐसी अवस्था में इसदवा की खुराक में बदलाव या दवा के प्रतिस्थापन की आवश्यकता होती है।
प्रभाव या परिणाम
ग्लिजाइजइड रक्त ग्लूकोज के स्तर को कम करके 24 से 48 घंटों के भीतर अपना प्रभाव दिखाना शुरू कर देता है। लेकिन स्थिति की गंभीरता के आधार पर इसका प्रभाव होने में कुछ समय लगता है। मधुमेह नियंत्रण के लिए लक्षण गायब होने के बावजूद भी डॉक्टर के द्वारा तय की गयी पूरी खुराक लेनी चाहिए।
सामान्य प्रश्न
क्या ग्लिपिजाइड नशे की लत है?
इस दवा की आदत बनने की कोई सूचना नहीं है। लेकिन इन दवाइयों पर निर्भरता से बचना चाहिए।
क्या शराब के साथ ग्लिपिजाइड ले सकते हैं?
ग्लिपिजाइड लेने के दौरान शराब लेने की सलाह नहीं दी जाती क्योंकि यह खून में शर्करा के स्तर को बदल सकता है। ग्लिपिजाइड लेने के दौरान शराब पीना अच्छा नहीं है।
क्या किसी विशेष खाद्य पदार्थ से बचना चाहिए?
किसी भी खाद्य उत्पाद के साथ इसे लेने से कोई बदलाव नहीं देखा गया।
क्या गर्भवती होने पर ग्लिपिजाइड ले सकते हैं?
गर्भावस्था के दौरान ग्लिपिसाइड लेने की सलाह नहीं दी जाती क्योंकि गर्भावस्था के दौरान खून में ग्लूकोज का स्तर जन्मजात असामान्यताओं से जुदा होता है| यदि आप गर्भवती हैं या गर्भवती होने की योजनाबना रही हैं तो अपने डॉक्टर से सलाह लें।
क्या स्तनपान कराने के दौरान ग्लिपिजाइड ले सकते हैं?
जब आप स्तनपान करा रही हैं तो ग्लिपिजाइड का उपयोग करने की सलाह नही दी जाती क्योंकि यह दवा स्तन के दूध में गुजर सकती है और रक्त शर्करा के स्तर को कम करके भ्रूण को नुकसान पहुंचा सकती है।
क्या ग्लिपिसाइड लेने के बाद ड्राइव कर सकते हैं?
ग्लिपिसाइड का सेवन आपकी ड्राइव करने की क्षमता को प्रभावित नहीं करता लेकिन इसकी खुराक के कारण होने वाली हाइपोग्लाइकेमिया या हाइपरग्लाइकेमिया की वजह से उनींदापन, थकान, एकाग्रता में कमी, नींद आदि हो सकती है इसलिए भारी मशीनरी और वाहन चलाने में बाधा हो सकती है।
यदि ग्लिपिजाइड अधिक मात्रा में लें तो क्या होता है?
ग्लिपिजाइड को कभी भी तय की गयी मात्रा से अधिक नहीं लेना चाहिए। अधिक मात्रा में लेने से या बार बार लेने से गंभीर हाइपोग्लाइकेमिया हो सकता है| इसलिए यदि आपने इसकी अधिक खुराक ली है तो तुरंत अपने डॉक्टर के पास जाएँ|
यदि एक्सपायरी हो चुकी ग्लिपिजाइड लें तो क्या होगा?
ग्लिपिजाइड की एक खुराक से कोई बड़ा प्रतिकूल प्रभाव नहीं हो सकता लेकिन दवा की शक्ति कम हो सकती है और इससे हाइपरग्लेकेमिया (रक्त ग्लूकोज के स्तर में वृद्धि) हो सकता है। यदि आपने ऐसी दवा को लंबी अवधि के लिए लिया है तो अपने चिकित्सक को इसके बारे में सूचित करें।
यदि ग्लिपिसाइड की खुराक लेनी याद ना रहे तो क्या होता है?
अगर इसकी खुराक लेनी याद ना रहे तो यह दवा अच्छी तरह से काम नहीं करेगी क्योंकि इस दवा को प्रभावी रूप से काम करने के लिए आपके शरीर में हर समय दवा की एक निश्चित मात्रा मौजूद होनी चाहिए इसलिए यदि आप खुराक लेना भूल गए हैं तो जितनी जल्दी हो सके इसे लें। लेकिन यदि दूसरी खुराक लेने का समय हो गया हो तो दुगुनी खुराक न लें।
भंडारण
- इसे सीधी गर्मी और नमी से दूर ठंडी और सूखी जगह पर रखें|
- दवा को फ्रीज न करें।
- बच्चों और पालतू जानवरों से इस दवा को दूर रखें।
ग्लिपिजाइड लेते समय टिप्स
अच्छे परिणाम पाने के लिए ग्लिपिजाइड की गोलियों को गैर फार्माकोलॉजिकल थेरेपी (उचित आहार संशोधन, वजन नियंत्रण और व्यायाम) के साथ लें चाहिए। शुरुआती टाइ- 2 मधुमेह में केवल गैर फार्माकोलॉजिकल थेरेपी से ही अच्छे परिणाम मिल सकते हैं|
समय के साथ रोगी, मधुमेह विरोधी दवाओं के लिए कम प्रतिक्रियाशील हो सकते हैं क्योंकि उनके मधुमेह की स्थिति में गिरावट आ जाती है। इसलिए प्रभावी खुराक तय करने के लिए मरीजों को नियमित रूप से रक्त ग्लूकोज के स्तर और एच.बी.ए-1-सी की जांच करवाते रहने के साथ निगरानी रखनी चाहिए।