
कुटजारिष्ट (Kutajarishta) एक ऐसी आयुर्वेदिक दवा है जो सक्रिय हर्बल तत्व मिले हुए हैं| इसका उपयोग करने से पेट से संबंधित दस्त, आई.बी.एस, बुखार, खून बहना और कई अन्य समस्याओं का इलाज किया जाता है। यह पाचन शक्ति (डाइजेस्टिव पॉवर) को भी मजबूत करने के साथ साथ प्रतिरक्षा शक्ति (इम्यून पॉवर) को भी बढ़ाता है।
1Kutajarishta Benefits in Hindi- कुटजारिष्ट के फायदे
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1. दस्त (लूज मोशन) का इलाज करे
यह आंतों की गतिशीलता को कम करके दस्त आने की समस्या के उपचार में मदद करती है। इसके एंटी-ऑक्सीडेंट्स और एंटी-माइक्रोबियल गुण प्रदूषित भोजन या पानी के कारण होने वाले रोगाणुओं से लड़ने में मदद करते हैं। दस्त ठीक करने के लिए कुटजारिष्ट का एक एक चम्मच दिन में दो बार भोजन के बाद ले सकते हैं|
2. अतिसार (डायरिया) का इलाज करे
कुटजारिष्ट(Kutajarishta) के एंटी-बैक्टीरियल गुण शरीर में दस्त का कारण बनने वाले विभिन्न प्रकार के संक्रमणों और रोगाणुओं से छुटकारा दिलाते हैं| यह दस्त के दौरान होने वाले पेट दर्द को कम करने में मदद करता है। किसी भी व्यक्ति की उम्र के आधार पर ही कुटजारिष्ट को 5 से 20 मि.ली. की मात्रा में दिया जा सकता है|
3. अमीबी पेचिश (अमेबिक डाइसेंटरी) का इलाज करे
अमेबिक डाइसेंटरी का मुख्य कारण एंटैमोबा हिस्टोलिटिका है। कुटजारिष्ट एंटैमोबा हिस्टोलिटिका को मारकर आपकी आंतों और जिगर को साफ़ कर देता है। पुदीना की पत्तियों जैसे आयुर्वेदिक उपचार के साथ भी कुटजारिष्ट ले सकते हैं जो पेट को ठंडक देता है।
4. इर्रिटेबल बोवेल सिंड्रोम
इस सिंड्रोम का कुटजारिष्ट(Kutajarishta) अच्छी तरह से इलाज करता है क्योंकि यह दस्त और पेट के ढीले को ठीक करता है। यह आपके आराम दिलाता है जिससे पेट फूलना और अन्य पेट की समस्याओं से आराम मिलता है| वयस्क व्यक्ति कुटजारिष्ट की 20 मि.ली. तक की मात्रा ले सकते हैं और 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चे को आप दिन में दो बार कुटजारिष्ट 5 से 10 मि.ली. दे सकते हैं।
5. खांसी और जीर्ण श्वसनरोध (क्रोनिक ब्रोंकाइटिस) कम करे
कुटजारिष्ट(Kutajarishta) गले और फेफड़ों को साफ़ करके खांसी को कम करती है। कुटजारिष्ट को लीकोरिस और मुलेठी के साथ भी ले सकते हैं| यह खांसी के साथ साथ फेफड़ों के विकारों का इलाज करने में मदद करता है। कुटजारिष्ट को शहद या चीनी जैसे अन्य मीठे एजेंटों के साथ भी ले सकते हैं क्योंकि इसका स्वाद कड़वा होता है।