Table of Contents
- 1 सेरोक्वेल क्या है?
- 2 सेरोक्वेल का उपयोग
- 3 सेरोक्वेल कैसे काम करता है
- 4 भारत में सेरोक्वेल का मूल्य
- 5 सेरोक्वेल कैसे लें
- 6 सामान्य खुराक और सेरोक्वेल कब लें
- 7 सेरोक्वेल से कब बचें?
- 8 सेरोक्वेल के साइड इफेक्ट्स
- 9 अंगों पर प्रभाव
- 10 एलर्जी प्रतिक्रियाएं
- 11 ड्रग इंटरैक्शन के बारे में सावधानी
- 12 प्रभाव या परिणाम
- 13 भंडारण
- 14 सेरोक्वेल लेते समय टिप्स
सेरोक्वेल क्या है?
सेरोक्वेल “क्वेटापाइन फ्यूमरेट” नामक सक्रिय घटक युक्त एक एंटीसाइकोटिक दवा है जो मौखिक उपयोग के लिए टैबलेट के रूप में मिलती है।
सेरोक्वेल का उपयोग
सेरोक्वेल मुख्य रूप से स्किजोफ्रेनिया और द्विध्रुवीय विकारों के इलाज के लिए प्रयोग होता है। सेरोक्वेल डिमेंशिया रोगियों से संबंधित मनोवैज्ञानिक इलाज के लिए चिकित्सकीय रूप से लेने की सलाह नहीं दी जाती क्योंकि ऐसे मरीजों में इसकी वजह से मृत्यु दर में वृद्धि हो सकती है।
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सेरोक्वेल कैसे काम करता है
सेरोक्वेल में सक्रिय घटक के रूप में क्विटाइपिन होता है। क्विटाइपिन मस्तिष्क में डोपामाइन जैसे कुछ रासायनिक संदेशवाहकों (न्यूरोट्रांसमीटर) के स्तर को बदल देता है।
भारत में सेरोक्वेल का मूल्य
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सेरोक्वेल कैसे लें
- सेरोक्वेल विभिन्न शक्तियों (25 मि.ग्रा, 50 मि.ग्रा, 100 मि.ग्रा, 200 मि.ग्रा, 300 मि.ग्रा और 400 मि.ग्रा) में टैबलेट के रूप में मिलता है।
- इसे भोजन के साथ या बिना भी लिया जा सकता है। गैस्ट्रिक दुष्प्रभाव वाले मरीजों को इसे भोजन के तुरंत बाद लेना चाहिए|
- इस टैबलेट को तोड़े, चबाये या कुचले बिना तरल पदार्थ के साथ पूरी तरह से निगल लेना चाहिए|
- डॉक्टर की सलाह के बिना लंबे समय तक सेरोक्वेल का उपयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे गंभीर अपरिवर्तनीय विकार हो सकते हैं|
- सेरोक्वेल को अचानक लेना बंद ना करें| खुराक को हमेशा धीरे-धीरे कम करना चाहिए और फिर बंद करना चाहिए। अचानक दवा को बंद करने से लक्षणों की वापसी का कारण हो सकते हैं|
- लक्षणों में सुधार या बदतर होने के मामले में तुरंत डॉक्टर से सलाह लें|
सामान्य खुराक और सेरोक्वेल कब लें
- सेरोक्वेल की खुराक रोगी की उम्र और बीमारी के प्रकार या गंभीरता और प्रारंभिक खुराक लेने पर उसकी प्रतिक्रिया पर निर्भर करता है।
- द्विध्रुवीय विकार में सेरोक्वेल की प्रारंभिक मात्रा प्रतिदिन 100 मि.ग्रा दो विभाजित खुराक में होती है। रोजाना 100 मि.ग्रा से 400 मि.ग्रा तक इसे बढ़ाया जा सकता है। इसकी खुराक हर रोज़ 200 मि.ग्रा से बढ़कर 6 दिन तक रोजाना 800 मि.ग्रा तक हो सकती है।
- द्विध्रुवी विकार वाले ज्यादातर रोगी प्रति दिन 400 से 800 मि.ग्रा सेरोक्वेल के बीच की मात्रा लेने पर ही प्रतिक्रिया देते हैं।
- स्किज़ोफ्रेनिया के रोगियों में सेरोक्वेल दिन में दो से तीन बार 25 मि.ग्रा में शुरू करके प्रति दिन 300 से 400 मि.ग्रा दिन में 2 से 3 बार तक बढ़ा सकते हैं।
- मनचाहे परिणाम प्राप्त हो जाने के बाद इसकी खुराक को धीरे-धीरे डॉक्टर कम कर सकता है|
- बुजुर्गों, जिगर और गुर्दे के मरीजों में इसकी खुराक के समायोजन की जरूरत होती है।
सेरोक्वेल से कब बचें?
सेरोक्वेल का उपयोग निम्न में सावधानी से करना चाहिए:
- इसके किसी भी घटक से एलर्जी हो
- यकृत या गुर्दे की समस्या वाले लोग
- बुजुर्ग लोग
- मिर्गी रोगी
- लंबे समय तक क्यूटी अंतराल वाले मरीजों
- मोतियाबिंद के रोगी
- गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताएं
- थायराइड विकार वाले मरीज
सेरोक्वेल के साइड इफेक्ट्स
सेरोक्वेल से कई दुष्प्रभाव पैदा हो सकते हैं, लेकिन वे सभी मरीजों में आम नहीं होते| आम तौर पर देखे जाने वाले दुष्प्रभाव में निम्न हो सकते हैं:
- आलस्य
- चक्कर आना
- जी मिचलाना
- उल्टी
- मुँह सूखना
- धुंधली दृष्टि
- वजन बढ़ना
- निगलने में कठिनाई
- रक्त शर्करा के स्तर में वृद्धि
- पेट में दर्द
- ऑर्थोस्टैटिक हाइपोटेंशन
- न्यूरोलेप्टिक मैलिग्नेंट सिंड्रोम – तेज़ बुखार, अत्यधिक पसीना, कठोर मांसपेशियां, दिल की धड़कन में बदलाव
- टारडिव डिस्केनेसिया (शायद ही कभी) – चेहरे, होंठ, जीभ, बाहों, पैरों आदि के असामान्य अनियंत्रण)
अंगों पर प्रभाव
- जिगर और गुर्दे की बीमारी वाले मरीजों को सावधानी से और डॉक्टर की सलाह से सेरोक्वेल को लेना चाहिए।
- मधुमेह वाले मरीजों को सावधानी से इस दवा का उपयोग करना चाहिए और रक्त ग्लूकोज के स्तर की निरंतर निगरानी करते रहना चाहिए|
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एलर्जी प्रतिक्रियाएं
यदि आपको इसके किसी भी तत्व से एलर्जी है तो अपने डॉक्टर से कहें। सेरोक्वेल से एलर्जी होने पर निम्न लक्षण दिखाई दे सकते हैं:
- लाल चकत्ते
- सीने में जकड़न
- खुजली
- साँसों में कमी
- चेहरे, होंठ, जीभ या गले की सूजन
ड्रग इंटरैक्शन के बारे में सावधानी
सेरोक्वेल को अन्य दवाओं, विटामिन की खुराक, हर्बल उत्पादों के साथ लेने से प्रभाव डाल सकता है जिनका आप लम्बे समय से उपयोग कर रहे हैं। इसलिए हमेशा अपने चिकित्सक को सेरोक्वेल का उपयोग करने से पहले अपने द्वारा इस्तेमाल की जाने वाले काउंटर उत्पादों या विटामिन की खुराक के बारे में सूचित करना चाहिए| सभी इंटरैक्शन करने वाली दवाओं को यहां सूचीबद्ध नहीं किया जा सकता, कुछ महत्वपूर्ण इंटरैक्शन वाली दवाएं नीचे सूचीबद्ध हैं:
- शराब
- मोक्सिफ्लोक्सासिन
- ऐमियोडैरोन
- क़ुइनिडाईन
- फ़िनाइटोइन
- रिफैम्पिसिन
- कटाकोनाजोल
- अल्प्राजोलम
- सिट्रीजिन
इन सभी दवाओं का उपयोग सेरोक्वेल के साथ करने से यह इन दवाइयों के चिकित्सीय प्रभाव को प्रभावित कर सकता है और साइड इफेक्ट्स की संभावनाओं को भी बढ़ा सकता है।
प्रभाव या परिणाम
सेरोक्वेल की प्रभावकारिता को निर्धारित करने के लिए 1 से 4 सप्ताह लग सकते हैं|
यदि लक्षण गायब भी हो जाएँ तो भी तब तक इसे लें जब तक कि आप पूरी तरह ठीक ना हो जाएँ|
सामान्य प्रश्न
क्या सेरोक्वेल नशे की लत है?
सेरोक्वेल नशे की लत नहीं है लेकिन इन दवाइयों पर निर्भरता से बचना चाहिए।
क्या शराब के साथ सेरोक्वेल ले सकते हैं?
सेरोक्वेल लेने के साथ शराब लेने की सलाह नहीं दी जाती क्योंकि इससे अत्यधिक उनींदापन और अशांति जैसे प्रतिकूल प्रभावों का खतरा बढ़ सकता है इसलिए सेरोक्वेल लेने के दौरान शराब का लेने की सलाह नहीं दी जाती|
क्या किसी भी विशेष खाद्य पदार्थ से बचना चाहिए?
किसी भी खाद्य उत्पाद के साथ इसे लेने पर कोई बदलाव नहीं देखा गया।
क्या गर्भवती होने पर सेरोक्वेल ले सकते हैं?
सेरोक्वेल को गर्भावस्था के दौरान ही लेने से यह भ्रूण पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है|इसलिए यदि आप गर्भवती हैं या गर्भवती होने की योजना बना रही हैं तो अपने डॉक्टर से सलाह लें।
क्या बच्चे को स्तनपान कराने के दौरान सेरोक्वेल ले सकते हैं?
सेरोक्वेल मानव स्तन के दूध में उत्सर्जित के लिए जाना जाता है और बच्चे पर घातक प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है| इसलिए स्तनपान कराने से बचें और पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।
क्या सेरोक्वेल लेने के बाद ड्राइव कर सकते हैं?
सेरोक्वेल का सेवन करने से सी.एन.एस. साइड इफेक्ट्स जैसे उनींदापन, चक्कर आना या सिरदर्द आदि हो सकते हैं| इसलिए इस दवा को लेने के दौरान वाहन और भारी मशीनरी चलाने की सलाह नहीं दी जाती|
यदि सेरोक्वेल अधिक मात्रा में लें तो क्या होगा?
सेरोक्वेल अधिक मात्रा में लेने से चक्कर आना, सेडेशन, हाइपोटेनशन, उच्च हृदय गति आदि दुष्प्रभाव पैदा हो सकते हैं|
यदि एक्सपायरी हो चुकी सेरोक्वेल लें तो क्या होगा?
एक्सपायरी हो चुकी सेरोक्वेल की एक खुराक लेने से कोई बड़ा प्रतिकूल प्रभाव नहीं होता लेकिन समय के साथ दवा की शक्ति में कमी आ जाती है। यदि आपने ऐसी दवा का प्रयोग लम्बे समय तक किया है तो अपने चिकित्सक को इसके बारे में सूचित करें।
यदि सेरोक्वेल की खुराक लेनी याद ना रहे तो क्या होता है?
जैसे ही आपको याद आये तुरंत अपनी भूली हुई खुराक लें। लेकिन यदि दूसरी खुराक का समय हो गया हो तो दुगुनी खुराक न लें।
भंडारण
- इसे सीधी गर्मी और नमी से दूर ठंडी और सूखी जगह पर रखें|
- बच्चों और पालतू जानवरों से इन दवाओं को दूर रखें।
सेरोक्वेल लेते समय टिप्स
सेरोक्वेल खून में शुगर के स्तर को बढ़ा सकता है। मधुमेह वाले मरीजों को सेरोक्वेल का सेवन करने से पहले नियमित रूप से रक्त शर्करा के स्तर की जांच करवानी चाहिए।
सेरोक्वेल लेने वाले मरीजों में थायराइड और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी बदला हुआ पाया गया|